गली से गुजरा है कोई दोस्त बहुत दिनों बाद
पता तो करो अब तलक कहाँ कसीदे पढ़ते रहे
बात भी करतें हैं तो दो टूक में ही ख़त्म
ऐसा क्या हुआ कि मोहब्बत गिला कुछ भी नहीं
.....................आनंद विक्रम ...........
पता तो करो अब तलक कहाँ कसीदे पढ़ते रहे
बात भी करतें हैं तो दो टूक में ही ख़त्म
ऐसा क्या हुआ कि मोहब्बत गिला कुछ भी नहीं
.....................आनंद विक्रम ...........
2 comments:
गली से गुजरते दोस्त को होगा कोई गिल़ा ......
शुभकामनायें !!
उत्साहवर्धन टिप्पणी के लिए आभार मैम |
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