बताना चाहूँगा कि बहुत जल्द पूज्य
डॉ जयशंकर त्रिपाठी जी की चहेती "करमहा "
अर्थात "करुणावती" नदी के नाम से पत्रिका
निकालने का संकल्प लिया है जिसमे पठनीय
सामग्रियों की धारा बहेगी ।अपने इस पावन और
पुनीत कार्य में आप सभी का आशीर्वाद चाहूँगा ।
सामग्री एकत्र कर ली है बस छपने के लिए देनी है ।
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