आज एक नई शुरुआत करते हुये बड़ी प्रसन्नता हो रही है ,
एक नई सोच मात्र से बड़ी प्रसन्नता हो रही है ,
कि अब स्वयं से , औरो से बात करने के लिए एक
मुझे एक मंच मिल गया है और ये मंच मुझे छोटे भाई समान मित्र की
सहायता से मिला जिसका कि मैं हद्रय से आभारी हूं १ इसके लिए भाई
आशीष अवस्थी को ढेरो धन्यवाद् 1
एक नई सोच मात्र से बड़ी प्रसन्नता हो रही है ,
कि अब स्वयं से , औरो से बात करने के लिए एक
मुझे एक मंच मिल गया है और ये मंच मुझे छोटे भाई समान मित्र की
सहायता से मिला जिसका कि मैं हद्रय से आभारी हूं १ इसके लिए भाई
आशीष अवस्थी को ढेरो धन्यवाद् 1
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