थैंक्यू भैया
तुमने तो मुझे जिन्दगी भर रुलायाअगर आज ये बच्चे न होते -----------
अरे बच्चों की खातिर तो मैं भी
वरना -----
तुम्हें मैं कब का छोड़ गया होता
बहुत मिल जायेंगी तुमसे अच्छी
तुम हो वैसी तो
मैंने भी गोलियाँ नहीं खेली कच्ची
प्लीज पापा शांत रहिये
कल मेरा ------------
बंटी जाओ उस कमरे में टीवी देखो
मम्मी सर में तेल दबा दो
पिंकी आज खुद लगा लो
जाओ भैया के पास
भैया -भैया ये क्या हो रहा
चलो चलें पिंकी बंटी
बाहर हो आयें
पिंकी बंटी फिल्म देखोगे
भैया कल मेरा इम्तहान है
बिटटू के घर जाऊ भैया
जाओ बंटी
पर कोशिश करना जल्दी आना
वरना मम्मी डाटेंगी
बिटटू से घर का हल न कहना
बात घर की दिल में रखना
जाओ बंटी
थैंक्यू भैया
पिंकी आओ पास मेरे
सर में मै तेल दबा दूं
थैंक्यू भैया ।
आनन्द
1 comment:
WOW Kya Rachna hai
thats the realy nice opem
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