Friday 31 January 2014

जानता हूं वो 
झूठ बोलता है 
मैं उसे पसंद नहीं 
ना ही मेरी बाते 
पर मजबूर हूं 
कम्बख्त दिल है कि 
मानता नहीं 
……… आनंद विक्रम....... 

No comments: